गांधीग्राम के श्रीपुर स्थित जिले की पहली ग्रिड सबस्टेशन इकाई में तकनीकी सिस्टम को दुरूस्त करने का काम जारी है। अबतक नए ग्रिड को 220 केवी लाइन से चार्ज नहीं किया जा सका है। इसके कारण प्रोटेक्टेशन सिस्टम को पूरा नहीं हो पाई है। कोलकोता के ईआरएलडीसी से इसकी मॉनिटरिग हो रही है। इधर ग्रिड में सबसे आधुनिक सिस्टम डीसीएस को इंस्टाल कर दिया गया है। डाटा कन्म्यूकेशन सिस्टम पहले स्पीच में होता था। लेकिन अब यह डाटा प्रोटेक्शन सिस्टम से जुड़ा रहता है। ईस्टर्न रीजन लोड डिस्पैच सेंटर जो कोलकोता में है ने यहां आकर जायजा लिया है। ग्रिड में लगे उपकरण के अलग-अलग डाटा ईआरएलडीसी को जायेगा। मालूम हो कि इसी के कारण अबतक नये ग्रिड को 220 केवी से चार्ज नहीं किया जा सका है। नये ग्रिड से बिजली आपूíत होने से जिला मुख्यालय के अलावा पोड़ैयाहाट, सुंदरपहाड़ी, पथरगामा, बसंतराय में बिजली व्यवस्था बेहतर होगी। इस बाबत दुमका प्रक्षेत्र-2 संचरण निगम के अधीक्षण अभियंता आरएल पासवान ने बताया कि नये ग्रिड में सभी तरह की तकनीकी व्यवस्था को दुरूस्त किया जा रहा है। डाटा कम्यूनिकेशन सिस्टम को भी इंस्टाल कर दिया गया है। जिसका ट्रायल होना है। बताया कि यह सबसे आधनुकि ग्रिड है जिसके अलग अलग उपकरण का डाटा संग्रह होगा जो ईआरएलडीसी कोलकोत्ता को भी जायेगा। सबकुछ समय पर होता है तो माह के अंत तक नये ग्रिड से बिजली मिलने लगी। निगम इसके लिए लगातार प्रयासरत है। मालूम हो कि जिले में अबतक तीन दशक पुराना ईसीएल के धनकुंडा ग्रिड से बिजली मिल रही है, जो काफी जर्जर स्थिति में है। जिला को अपना ग्रिड सबस्टेशन नहीं था। वर्ष-2018 में ग्रिड की आधारशिला रखी गयी थी। जो बीेते वर्ष बनकर तैयार हुआ व उद्घाटन भी कर दिया गया। लेकिन तकनीकी कारणों से अबतक बिजली नहीं मिल पा रही थी। वर्तमान में 33 हजार केवी से ग्रिड सबस्टेशन उर्जान्वन किया गया है।
श्रीपुर ग्रिड से माह के अंत तक शुरू होगी बिजली आपूर्ति