स्मार्र्ट सिटी के तहत एक साल के भीतर बाबा की विश्वनाथ की नगरी दूधिया रोशनी से नहाएगी। नगर के सभी स्ट्रीट लाइटों को एलईडी में कंवर्ट किया जा रहा है। 59 लाख रुपये की लागत से 40 हजार स्ट्रीट लाइटों को बदला जा रहा है। इसी प्रकार 4700 हेरिटेज पोल लगाए जा रहे हैं। वरुणा पार क्षेत्र में 1800 हेरिटेल पोल लगे हैं। 27 वार्डों में दस हजार स्ट्रीट लाइटों को स्मार्ट लाइटिंग में कंवर्ट किया गया है। इसमें 2000 कंट्रोलर लगेंगे। तकरीबन काम पूरा हो गया है। बाकी बचे काम भी जल्द पूरे हो जाएंगे।
शहर के अधिकांश खराब पोलों को बदलने का काम चल रहा है। नब्बे वार्डों के सभी प्रमुख स्थानों को दुधिया रोशनी से जगमग किया जाना है। इन लाइटों को बदलने की योजना की शुरुआत हो चुकी है। अभी हाल ही में वाराणसी को अन्य शहरों को बेहतर स्मार्ट सिटी बनाने के लिए सिखाने की जिम्मेदारी मिली है। स्मार्ट सिटी कंपनी के तकनीकी विशेषज्ञों ने एलईटी के कई फ ायदे बताए। स्मार्ट सिटी के तहत होने वाले कार्यों पर 1020 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
स्ट्रीट लाइटों को दूधिया लाइटों में बदलने का काम अधिकतर पूरा हो गया है। एलईडी लाइट से न केवल बिजली की बचत होती है बल्कि यह आंखों को सुकून देती है। जल्द ही बाकी बचा काम पूरा हो जाएगा।
देवी दयाल, अपर नगर आयुक्त