गोरखपुरः राप्तीसागर एक्सप्रेस में मिला कोरोना का संदिग्ध मरीज, दो टीटीई की देर रात हुई जांच

गोरखपुर से चेन्नई जाने वाली 12511 राप्तीसागर एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में सवार महराजगंज के एक यात्री के कोरोना से संक्रमित लक्षण पाए जाने के बाद रेलवे बोर्ड ने अलर्ट जारी कर दिया। 


रविवार की शाम कंट्रोल रूम पर सूचना आने के बाद चेन्नई से लौटे दो टीटीई को स्क्रीनिंग के लिए जिला अस्पताल भेजा गया, लेकिन वहां जांच की पर्याप्त सुविधा नहीं थी। जिससे संदिग्धों को रेलवे अस्पताल या फिर बीआरडी मेडिकल कॉलेज जाने की सलाह दी गई। इसके बाद दोनों टीटीई को रेलवे अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया। वहीं, दो संदिग्ध टीटीई ट्रेन लेकर कानपुर चले गए हैं। जल्द ही उनकी भी स्क्रीनिंग कराई जाएगी। 

गोरखपुर जंक्शन से छह मार्च को सुबह साढ़े बजे रवाना हुई राप्तीसागर एक्सप्रेस ट्रेन जब भोपाल से आगे बढ़ी तो स्लीपर कोच एस-4 के 11 नंबर बर्थ पर सवार एक यात्री की तबीयत बिगड़ गई। यात्री ने गोरखपुर रेलवे स्टेशन से टिकट कराया था। टीटीई के मुताबिक टिकट जांच के दौरान यात्री ने खुद को महराजगंज का निवासी बताया था। उसे तेज खांसी के साथ सर्दी और जुकाम था। यात्री की तबीयत बिगड़ती देख टीटीई ने कंट्रोल रूम को सूचना दे दी। 

जिससे अगले स्टेशन पर चिकित्सकों ने मरीज की जांच की और कोरोना संक्रमण की आशंका जताई। इसके बाद यात्री को वारंगल रेलवे स्टेशन पर उतार लिया गया। साथ ही पूरी बोगी भी खाली करा दी गई। महराजगंज के यात्री के नमूने को जांच के लिए भेजा गया। 

हालांकि यात्री में कोरोना संक्रमण की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। जिस कूपे में यात्री बैठा था, उसमें सवार सभी यात्रियों के नमूने लिए गए हैं। इसके साथ ही गोरखपुर से चेन्नई तक ड्यूटी करने वाले सभी रनिंग स्टाफ, सुरक्षा कर्मी, सफाईकर्मी की एहतियातन जांच कराने के निर्देश जारी किए गए हैं। राप्ती सागर एक्सप्रेस में गोरखपुर के चार टीटीई भी सवार थे। 

इन सबको संदिग्ध मानते हुए स्क्रीनिंग के लिए अस्पताल भेजा जा रहा है। रेलवे से निर्देश के बाद ही लखनऊ मंडल के वरिष्ठ डीसीएम ने गोरखपुर के यात्री मित्र को राप्तीसागर एक्सप्रेस में छह मार्च को ड्यूटी करने वाले सभी चेकिंग स्टॉफ  की जांच कराने को कहा। 

यात्री मित्र कार्यालय पर तैनात डिप्टी एसएस कामर्शियल ने बताया कि दो टीटीई को सूचना देकर बुलाया गया था। एंबुलेंस बुलाकर उन्हें जिला अस्पताल भेजा गया। दो टीटीई ड्यूटी पर गए हैं, उन्हें भी आने पर जांच के लिए भेजा जाएगा।